मंगलवार, 15 जनवरी 2008

भारत रत्‍न केन्‍द्र

हरिद्वार तंत्र मंत्र और ज्‍योतिष का भी केन्‍द्र है। यहां दर्जनों रत्‍न केन्‍द्र हैं। लोग वहां जाते हैं और अपनी अपनी ग्रहदशा, औकात और उंगलियों के मुताबिक रत्‍न खरीद लाते हैं। इन दिनों भारतरत्‍न को लेकर जो धमाचौकड़ी मची है और जिस तरह राजनीतिक लोग अपनी अपनी वोट बैंक के मद्देनज़र अपने अपने नेताओं को भारतरत्‍न देने की सरेआम मांग करके अपने रत्‍न नेताओं का मखैल बनवा रहे हैं। उसे देखकर अपनेराम के ज्‍येष्‍ठबंधुवत मित्र पं. गोविन्‍द मिश्रा ने कहा कि काश हरिद्वार में कोई ''भारत रत्‍न केन्‍द्र'' होता तो सारी समस्‍या हल हो जाती ।
यूं पं. गोविन्‍द मिश्र का कहना है कि इन राजनेताओं की जगह इस बार भारतरत्‍न लक्ष्‍मी मित्‍तल या अम्‍बानी जैसे किसी व्‍यक्ति को देना चाहिए जिसने कमसे कम देश की गरिमा में चार चांद लगाए और हज़ारों हाथों को काम दिया । उनके आग्रह पर उनकी मांग को मैं अपने ब्‍लॉग पर प्रकाशित कर रहा हूं।

4 टिप्‍पणियां:

Satyendra Prasad Srivastava ने कहा…

भारत रत्न केंद्र का आइडिया बुरा नहीं है। एक ब्रांच दिल्ली में भी हो।

दिनेशराय द्विवेदी ने कहा…

शर्तिया भारत रत्न प्राप्त करें
एक लाख एक के बैंक ड्राफ्ट के साथ मिलें
.... भारत रत्नाचार्य प्लेटफॉर्म नं.१ रेल्वे स्टेशन, हरिद्वार

ALOK PURANIK ने कहा…

भारत रत्न केंद्र तो दिल्ली में खुलने वाला है। इस बार 456 लोगों को भारत रत्न मिलने वाला है।
मेरे से भी पूछा था पर मैने कहा कि 456 लोगों के साथ लेकर कौन अपनी बेइज्जती खराब करवाये।
वैसे 26 जनवरी, 2008 के बाद दिल्ली के घोषित भारत रत्नों के भाव गिरने वाले हैं, सो हरिद्वार वालों को ना फंसवाये। इनके रत्नो को तो भाव मिलने दें।

बेनामी ने कहा…

budhkar ji vishay accha hay,wayse ab bharat ratn ka koi mol nahi rah gaya haye,keyon ki bicholiyon ne isey naliyon tak pahonca diya hay,allbatta sacmuch ka ratan cahiye to haridwar min hi nakshatra ratna imporiyam aaiye our sabko asli ratan dilvaiye jo mushkil min bhi kaam aayega.
shashi sharma