कल रात जो कुछ लिखा वह व्यर्थ तो नहीं गया पर हां, तीसरी बांख खोलने और विष पीने की ज़रूरत नहीं पड़ी भोलेभण्डारी को। ताज़ा समाचार यह है कि अपने भारत्तीय मुलायम ने नेपाली प्रचंड को की गर्मी ठण्डी कर दी और उन्हें समझा दिया कि भाई राज करना है तो धर्म को छेड़ने का अधर्म मत करोङ प्रचण्ड अब शांत हैं। वे शांत हैं तो प्रलयंकर भी शांत होंगे ही। भारतीय दाक्षिणात्य मूलभट्रट पुजारियों को पूजा आरती की कमान सौंप दी गई है और पशुपतिनाथ का जलाभिषेक शुरू हो चुका है। बोलिये ---- हर हर महादेव ।
सोमवार, 5 जनवरी 2009
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2 टिप्पणियां:
बहुत अच्छी खबर है। सभी को बधाई।
जय भोलेनाथ...
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